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शनिवार, 3 फ़रवरी 2018

गैस सिलेन्डर

अझुका रचना- बाल कविता
291. गैस सिलेन्डर

चुल्हा-जारन भेल पुरान
गैस सिलेन्डर आब असान

वर्षा हो वा शीत खसै
भानसमे नै देर लागै
आविष्कार ई बड़ा महान

ताउ एक रंग दैत रहै
धुआँ त' नै दर्शन दै
मम्मीकेँ ई अछि परान

जारन लए नै गाछ कटै
साँसक नहिये रोग धरै
सत्ते छै ई बड़ गुणवान

सावधानीसँ जे रहै
दुर्घटनासँ ओ त' बचै
रेगुलेटरपर दिऔ ध्यान

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