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शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017

अले लाम ले

अझुका  रचना-बाल कविता
277. अले लाम ले

अले लाम ले
भोल भ' गेलै

जा धलि मम्मी हम्मल उठतै
ता धलि कोनो काज कलै छी
मोटल चला अपन टंकीमे
ताजा ताजा पानि भलै छी
अले एलालमक छोल भ' गेलै
अले लाम ले
भोल भ' गेलै

मम्मी आइ अलाममे लहतै
बलतन छेहो छाफ क' लै छी
घलमे झालू मालि देबै हम
आइलन छालीमे क' दै छी
अले घलमे झोल भ' गेलै
अले लाम ले
भोल भ' गेलै

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