प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

शनिवार, 15 अप्रैल 2017

हमर गुड़िया

बाल कविता-257
हमर गुड़िया

ई देखू ई हमर गुड़िया
रंग-बिरंगी सुन्दर गुड़िया
नम्हर नम्हर केश छै
बहुते सुन्दर भेष छै
हमरा लागै सुपर गुड़िया
पातर एकर ठोर छै
गाल गोरे गोर छै
ने मोट ने दुब्बर गुड़िया
बैट्रीसँ ई चलै छै
मोन खुश क' दै छै
लागै छै नै भुच्चर गुड़िया
संगे खेलै-कूदै छै
हमरा संगे सुतै छै
ई देखू ई बुधिगर गुड़िया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें