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मंगलवार, 7 फ़रवरी 2017

बौआ बुधियार

बाल कविता-252
बौआ बुधियार

बौआ हमर बड़ बुधियार
नीक हुनक सबटा वेवहार
भोरे होइ बबुरक दतमनि
तखने मम्मी तरथि सजमनि
नहा- धोइ क" रहथि तैयार
राति क' दूध भोर क' सेव
नै बेसी नून वा चिन्नी लेब
दालि भात हुनकर आहार
मम्मी पप्पा बाबा बाबी
चुनि चुनि क' गोरो लागी
तखन इस्कूल जाइथ सरकार

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