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शनिवार, 14 नवंबर 2015

मैया एलखिन ना

चलू चलू भैया, चलू चलू भौजी, यै
यै मैया एलखिन ना, सब के बजेलखिन ना, यै
चलू चलू ........

ऊँच पहाड़ पर बैसल दुर्गा, लागल छै पंचायत
सबके सुनथिन अम्बे मैया, हरथिन विपदा शाइत
खुशिया बाटथिन यौ, यौ सबके सुनथिन यौ
चलू चलू भैया..............

लाल चुनर संग लाले चूड़ी, लाले छै मंदीर
दिव्य छवि देख माँ के हर्षित, सब के मोन अधीर
मैया हँसथिन यौ, यौ ममता देथिन यौ
चलू चलू........

साजि लिअ ने डाला माँ लेल, मेवा मिश्री पान
ऊँच सिंहासन बैसल जननी, देथिन सबपर ध्यान
जल्दी चलू यौ, यौ झटकैत चलू यौ
चलू चलू........

तर्ज- सामा खेले चलली

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