प्रिय पाहुन, नव अंशु मे अपनेक हार्दिक स्वागत अछि ।

रविवार, 9 अगस्त 2015

वर्णमाला : प

बाल कविता-205
वर्णमाला : प
"प"सँ होइ छै नीक पलंग
सूतल ताहिपर मोटू मलंग

चारि टा पौआ चारू कोन
हल्लुक गदगर फानय मोन

पढ़ै छलै मोटू चुटकुल्ला
संगे खाइ छलै गुलगुल्ला

चुटकुल्लामे देलकै जे डूब
पढ़ि कऽ हँसै आ कूदै खूब

ठहक्का देलकै ई परिणाम
टुटलै रस्सी खसल धड़ाम

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