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गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

गै छौड़ी लभ करबौ तोरेसँ

गै छौड़ी लभ करबौ तोरेसँ
पु॰- रै छौड़ा हेट करबौ तोरेसँ
स्त्री- चुगला सन छौ मुँह तोहर
कारीख माँगबौ तोरेसँ
गै छौड़ी. . . . .
रे छौड़ा . . . . . . .

स्त्री- लाज नै आबै छौ निर्लज्जा, डूबि जो चुल्लू भरि पानीमे
पु- भऽ कऽ दूर हमरासँ गोरिया, आगि लगाबें जवानीमे
सच कहै छी हम गै गोरिया, पप्पा बनबौ तोरेसँ
रै छौड़ा . . . .
गै छौड़ी . . . .

पु- छमिया सब किओ कहै छौ तोरा, बात सूनि ले जवानाकेँ
स्त्री- झारू लऽ कऽ झाड़य आबैए, तोरा एहन दिवानाकेँ
अपन वियाहमे रौ निमोछा, झारू लगबेबौ तोरेसँ
गै छौड़ी . . .
रै छौड़ा . . .

पु- सीधा सीधी मानि जो गोरिया, नै तँ लऽ कऽ भागबौ गे
स्त्री- छू कऽ कने देखा दे मुँहझौंसा, गरम लोहासँ दागबौ रे
पु- जे करैक छौ कऽ ले सजनी, कोहबर घर जेबौ तोरेसँ
रै छौड़ा हेट. . .
गै छौड़ी लभ . . .

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